चण्डीगढ़, : हरियाणा तथा पंजाब के राज्यपाल व चण्डीगढ़ के मुख्य प्रशासक प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी ने आज कहा कि चण्डीगढ़ के रेलवे स्टेशन को विश्व स्तरीय रेलवे स्टेशन बनाया जाएगा जिसमें किसी प्रकार की कोई कमी नहीं होगी। यह रेलवे स्टेशन जर्मनी के बर्लिन के रेलवे स्टेशन जैसा बनेगा और यह कार्य उसी कंपनी को सौंपा गया है जिसने बर्लिन का रेलवे स्टेशन बनाया था।
प्रो. सोलंकी आज गुडग़ांव में आर्थिक एवं वैज्ञानिक अध्ययन परिषद द्वारा आयोजित संगोष्ठी में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि अगले 3-4 वर्षो में चण्डीगढ़ को स्लम फ्री सिटी घोषित किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की है कि सन् 2022 तक देश में हर व्यक्ति के पास घर होगा और कोई भी बेघर नहीं रहेगा। उन्होने कहा कि चण्डीगढ़ में 2437 पानी और बिजली मिलेगी। प्रो. सोलंकी ने कहा कि उद्यमियों के सहयोग से गुडग़ांव भी उस दिशा में आगे बढ़ेगा, ऐसा उनका विश्वास है।
उन्होने कहा कि तकनीक के बिना विकास की कल्पना नहीं की जा सकती इसलिए तकनीक और विकास दोनो एक-दूसरे के पूरक है। उन्होने कहा कि शुक्रवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री से भेंट की थी जिसमें यह घोषणा की गई है कि गुडग़ांव में मॉडल आईआईटी बनाई जाएगी। इस निर्णय से यहां के युवाओं को उच्च तकनीकी शिक्षा हासिल करने के अवसर मिलेंगे।
उन्होने अपने संबोधन में गुडग़ांव और चण्डीगढ़ की तुलना की और कहा कि कई मायनों में गुडग़ांव चण्डीगढ़ से बहुत आगे है। गुडग़ांव कई विशेषताओं को लेकर बना है। यह शहर एनसीआर में पड़ता है जबकि चण्डीगढ़ एनसीआर में नही है। उन्होने कहा कि गुडग़ांव एक स्मार्ट सिटी बने और चण्डीगढ़ से किसी भी तरह कम ना रहे, इस आशय का आशीर्वाद देने आया हूं। उन्होने विश्वास जताया कि जब 100 स्मार्ट सिटी की घोषणा होगी तो उसमें गुडग़ांव का भी नाम होगा। प्रो. सोलंकी ने कहा कि हरियाणा प्रदेश विशेषकर गुडग़ांव में औद्योगिक नीति और सूचना प्रौद्योगिकी नीति पहले से लागू है जबकि चण्डीगढ़ के लिए औद्योगिक नीति अभी बनाने पर विचार किया जा रहा है क्योंकि चण्डीगढ़ को हम औद्योगिक शहर नहीं मानते।
मैट्रो का उल्लेख करते हुए राज्यपाल ने कहा कि गुडग़ांव मैट्रो से जुड़ चुका है और यहां शहर के अंदर रेपिड मैट्रो भी आ चुकी है जबकि चण्डीगढ़ में अभी मैट्रो की योजना तैयार की जा रही है। उन्होने बताया कि चण्डीगढ़ को मैट्रो से जोडऩे की परियोजना पिछले 12 वर्षों से ठण्डे बस्ते में पड़ी थी। यह विचार हो रहा था कि इस परियोजना को सरकार बनाए या निजी भागीदारी से पूरा किया जाए। इन्हीं शंकाओं के कारण यह परियोजना सिरे नहीं चढ़ पाई। प्रो. सोलंकी ने कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि उनके मुख्य प्रशासक रहते हुए इस परियोजना को शुरू करने की योजना बन रही है। उन्होने बताया कि इसके लिए ग्रेटर चण्डीगढ़ ट्रंासपोर्ट कॉर्पोरेशन बनाया गया है जिसमें केंद्र सरकार, हरियाणा, पंजाब तथा चण्डीगढ़ के अधिकारियों को शामिल किया गया है और शुरूआत में जो 100 करोड़ रूपए की राशि की जरूरत थी उसे भी हरियाणा, पंजाब, चण्डीगढ़ तथा केंद्र सरकार ने 25-25 करोड़ रूपए देकर पूरा किया है।
एनसीआर का जिक्र करते हुए राज्यपाल ने कहा कि हरियाणा का यह सौभग्य है कि 21 में से 13 जिलें एनसीआर में पड़ते है जबकि दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश के 7 तथा राजस्थान का एक जिला ही एनसीआर में शामिल है। राज्यपाल ने इस मौके पर विभिन्न क्षेत्रों में अव्वल प्रदर्शन करने वाले व्यक्तियों को सम्मानित भी किया।