लखनऊ। उत्तर प्रदेश के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव नौ सितंबर से 15 दिसंबर के बीच दो चरणों में होंगे। इसके लिए हर जिले को चार से पांच हिस्से में बांटा गया है। पहले चरण में क्षेत्र पंचायत व जिला पंचायत सदस्य जबकि दूसरे चरण में ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत सदस्य चुनाव की अधिसूचना जारी होगी।
उत्तर प्रदेश निर्वाचन आयोग इस बार दो चरणों में चुनाव प्रक्रिया पूरी करेगा। राज्य निर्वाचन आयुक्त एसके अग्रवाल का मानना है कि एक दिन में चारों पदों (ग्राम पंचायत सदस्य, प्रधान, क्षेत्र पंचायत व जिला पंचायत सदस्य) के लिए मतदान होने पर मतदाता को खासी मशक्कत करनी पड़ती है।
सूत्रों के मुताबिक आयोग पहले चरण में 77,925 क्षेत्र पंचायत व 3128 जिला पंचायत सदस्य के पदों के चुनाव के लिए नौ सितंबर को अधिसूचना जारी कर मतगणना 15 अक्टूबर को कराए जाने का कार्यक्रम प्रस्तावित है। इसी तरह 59,163 ग्राम प्रधान व 7,45,603 ग्राम पंचायत सदस्य पद के चुनाव की सात नवंबर को अधिसूचना कर 15 दिसंबर को नतीजे घोषित किए जा सकते हैं। प्रदेश में एक साथ प्रत्येक चरण के दोनों पदों के लिए हर एक जिले को ब्लाकवार चार से पांच भाग में बांटकर चुनाव कराया जाएगा। एसके अग्र्रवाल ने बताया कि वर्ष 2010 में चुनाव में कुल 762277 पंचायत प्रतिनिधियों (ग्राम पंचायत के प्रधान व सदस्य, क्षेत्र पंचायत व जिला पंचायत के सदस्य) को सीधे जनता ने चुना था। वर्ष 1995 के बाद पहली बार पूरे प्रदेश में पुनर्गठन के बाद अबकी 8,85,819 पदों के लिए चुनाव होगा। मतदान के लिए 1.85 लाख बूथ बनाए जाएंगे।