अम्बाला शहर को पंजाब क्षेत्र से आने वाले बाढ के पानी से सुरक्षा प्रदान करने के लिए 6 वर्ष पूर्व तैयार की गई अम्बाला डे्रन की रिटेनिंग वाल का कार्य जल्द शुरू किया जायेगा और इस कार्य के लिए राष्टï्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी करने पर सहमति व्यक्त की है। उपायुक्त कार्यालय में उपायुक्त मनदीप सिंह बराड़ की अध्यक्षता में आयोजित सिंचाई विभाग राजमार्ग के अधिकारियों की संयुक्त बैठक में इस ड्रेन की रिटेनिंग वाल बनाने में पेश आ रही सभी समस्याओं का समाधान तलाशा गया और उपायुक्त ने दोनों विभागों को बेहतर तालमेल से कार्य करके इस परियोजना को शीघ्र आरम्भ करवाने के निर्देश दिये।
उपायुक्त ने राजमार्ग और सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ अम्बाला डे्रन क्षेत्र का दौरा भी किया और इस ड्रेन पर रिटेनिंग वाल के निर्माण से सम्बन्धित विभिन्न पहलूओं पर विस्तृत चर्चा की। उपायुक्त ने बताया कि इस परियोजना के लिए सरकार द्वारा 10 करोड 53 लाख रूपये की राशि स्वीकृत की गई है और यह परियोजना सिंचाई विभाग द्वारा तैयार की जायेगी। बुर्जी नंबर 10 हजार से लेकर 15200 तक की इस ड्रेन की रिटेनिंग वाल बनने से पानी का बहाव सुचारू होगा और शहर में बाढ के फालतू पानी के कारण पेश आने वाली बाढ की समस्या से निजात मिलेगी।
सिंचाई विभाग के अधीक्षक अभियंता एम.एस. चौहान और कार्यकारी अभियंता संदीप कुमार ने बताया कि यह ड्रेन पंजाब के तसीम्बली क्षेत्र से अम्बाला-नारायणगढ मार्ग के साथ-साथ आती है। बलदेवनगर क्षेत्र में बनी एक पुलिया पर पहुंचने के बाद ड्रेन का बहाव हाउसिंग बोर्ड बलदेवनगर की तरफ हो जाता है। इसके उपरांत यह ड्रेन बलदेवनगर, जग्गी कालोनी, मनमोहन नगर इत्यादि क्षेत्रों से होकर घग्गर तक जाती है। डे्रन की रिटेनिंग वाल न होने के कारण पंजाब क्षेत्र का फालतू पानी हाउंसिग बोर्ड और शहर के अन्य क्षेत्रों में बाढ की स्थिति पैदा कर देता है और इस ड्रेन में पानी का बहाव सुचारू होने से पानी शहर में घुसने की बजाए बाहर की बाहर घग्गर ड्रेन में आसानी से डाला जा सकता है। उन्होने बताया कि शीघ्र ही राष्टï्रीय राजमार्ग से अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त करके और टैंडर की औपचारिकताएं पूरी करने के बाद इस ड्रेन का निर्माण कार्य आरम्भ कर दिया जायेगा।
इस अवसर पर एसडीएम अजय सिंह तोमर, राष्टï्रीय राजमार्ग के प्रोजैक्ट डायरैक्टर विपिन शर्मा, जी.एल. धवन, सिंचाई विभाग के अधीक्षक अभियंता एन.एस. चौहान, कार्यकारी अभियंता संदीप कुमार, नगर निगम के कार्यकारी अभियंता डी.के. मंगला, डीपीआरओ परमजीत सैनी सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी मौजूद थे।